Swami Vivekanand के अनुसार युवा को कैसे रहना चाहिए जानिए 2024 में Spiritual youthful

How should youth live according to Swami Vivekananda

Swami Vivekanand एक महान भारतीय दार्शनिक, धर्मगुरु, और सामाजिक सुधारक थे। उन्होंने युवाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने युवाओं से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने और अपने देश की सेवा करने का आह्वान किया।

Swami Vivekanand स्वामी विवेकानंद के अनुसार युवा को कैसे रहना चाहिए

स्वामी विवेकानंद के अनुसार, युवाओं को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • स्व-विश्वास और आत्मनिर्भरता: युवाओं को आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की भावना विकसित करनी चाहिए। उन्हें यह विश्वास करना चाहिए कि वे अपने दम पर कुछ भी हासिल कर सकते हैं।
  • उच्च आदर्श: युवाओं को उच्च आदर्शों को अपनाना चाहिए। उन्हें अपने जीवन में कुछ ऐसा करने का लक्ष्य रखना चाहिए जिससे दूसरों को लाभ हो।
  • सामाजिक सेवा: युवाओं को सामाजिक सेवा में भाग लेना चाहिए। उन्हें अपने समाज और देश की बेहतरी के लिए कुछ करना चाहिए।
  • नैतिकता: युवाओं को नैतिक मूल्यों का पालन करना चाहिए। उन्हें अपने शब्दों और कार्यों में ईमानदार और निष्पक्ष होना चाहिए।

स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को निम्नलिखित बातें भी कहीं:

  • “युवाओं में असीम संभावनाएं हैं। वे दुनिया को बदल सकते हैं।”
  • “युवाओं को अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।”
  • “युवाओं को अपने देश की सेवा करने के लिए आगे आना चाहिए।”

स्वामी विवेकानंद के विचार आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनके विचार युवाओं को एक बेहतर भविष्य बनाने के लिए प्रेरित करते हैं।

स्वामी विवेकानंद के अनुसार युवाओं के लिए कुछ विशिष्ट सुझाव: some tips for youths by swami vivekanand

  • अपने लक्ष्यों को निर्धारित करें और उन्हें प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करें।
  • अपने ज्ञान और कौशल को बढ़ाएं।
  • नई चीजें सीखने के लिए हमेशा तैयार रहें।
  • सकारात्मक सोच रखें और कभी हार न मानें।
  • अन्य लोगों की मदद करें और उन्हें प्रेरित करें।

इन सुझावों का पालन करके, युवा अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं और अपने देश और समाज की सेवा कर सकते हैं।

swami vivekanand

युवाओं को सही राह दिखाने के लिए 

युवाओं को सही राह दिखाना एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। युवाओं में असीम संभावनाएं होती हैं, लेकिन उन्हें सही दिशा में निर्देशित करने की आवश्यकता होती है। युवाओं को सही राह दिखाने के लिए, हमें निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना चाहिए:

  • युवाओं को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूक करें। उन्हें बताएं कि वे अपने जीवन में क्या हासिल कर सकते हैं। उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करें।
  • युवाओं को सशक्त बनाएं। उन्हें आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की भावना दें। उन्हें बताएं कि वे अपने दम पर कुछ भी हासिल कर सकते हैं।
  • युवाओं को सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करें। उन्हें बताएं कि वे अपने समाज और देश के लिए क्या कर सकते हैं। उन्हें सामाजिक कार्यों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें।
  • युवाओं को बुराइयों से बचाएं। उन्हें नशे, हिंसा, और अपराध जैसी बुराइयों के बारे में जागरूक करें। उन्हें इन बुराइयों से बचने के लिए प्रोत्साहित करें।

युवाओं को सही राह दिखाने के लिए, हमें उनके साथ एक सकारात्मक संबंध बनाना चाहिए। हमें उनके साथ ईमानदार और खुले होना चाहिए। हमें उनकी बात सुननी चाहिए और उनकी चिंताओं को समझना चाहिए। हमें उन्हें मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करना चाहिए।

युवाओं को सही राह दिखाने के लिए, हम निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:

  • स्कूलों और कॉलेजों में युवाओं को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में शिक्षा दी जानी चाहिए।
  • सामाजिक संगठनों और स्वयंसेवी समूहों को युवाओं को सशक्त बनाने और उन्हें सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
  • माता-पिता और शिक्षकों को युवाओं को बुराइयों से बचाने के लिए जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

युवाओं को सही राह दिखाना एक चुनौतीपूर्ण काम है, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण काम भी है। अगर हम युवाओं को सही राह दिखाने में सफल होते हैं, तो हम एक बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।

युवाओं को सही राह दिखाने के लिए कुछ सुझाव:

  • युवाओं से बात करें और उनकी चिंताओं को समझने की कोशिश करें।
  • युवाओं को उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करें।
  • युवाओं को सकारात्मक role models दिखाएं।
  • युवाओं को सामाजिक कार्यों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें।
  • युवाओं को बुराइयों से बचाने के लिए उन्हें जागरूक करें।

युवाओं को सही राह दिखाने के लिए, हमें उनके साथ एक मजबूत संबंध बनाना चाहिए। हमें उन्हें विश्वास दिलाना चाहिए कि हम उनकी परवाह करते हैं और हम उनकी मदद करना चाहते हैं।

works of swami vivekanand स्वामी विवेकानंद के कार्य :


स्वामी विवेकानंद ने भारत और दुनिया भर में कई महत्वपूर्ण कार्य किए। उन्होंने पश्चिमी देशों में हिंदू धर्म का प्रचार किया, और उनके विचारों ने कई लोगों को प्रभावित किया। उन्होंने भारत में सामाजिक सुधार के लिए भी काम किया, और उन्होंने जाति व्यवस्था, महिलाओं की स्थिति, और गरीबी जैसी समस्याओं के खिलाफ आवाज उठाई।

 Swami Vivekanand स्वामी विवेकानंद के कार्यों के प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:

  • हिंदू धर्म का प्रचार: स्वामी विवेकानंद ने पश्चिमी देशों में हिंदू धर्म का प्रचार किया। उन्होंने शिकागो विश्व धर्म सम्मेलन में एक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने हिंदू धर्म के दर्शन और मूल्यों को दुनिया के सामने रखा। उनके भाषण ने पश्चिमी देशों में हिंदू धर्म के प्रति रुचि पैदा की।
  • सामाजिक सुधार: स्वामी विवेकानंद ने भारत में सामाजिक सुधार के लिए काम किया। उन्होंने जाति व्यवस्था, महिलाओं की स्थिति, और गरीबी जैसी समस्याओं के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों और जातियों के लोगों को समान अधिकार होना चाहिए। उन्होंने महिलाओं को शिक्षित करने और उन्हें उनके अधिकारों के लिए लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने गरीबों की मदद करने और उनके जीवन स्तर में सुधार के लिए काम किया।
  • युवाओं को प्रेरित करना: स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को प्रेरित किया। उन्होंने युवाओं से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने और अपने देश की सेवा करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि युवाओं में असीम संभावनाएं हैं, और उन्होंने युवाओं को अपने सपनों को पूरा करने और दुनिया को बदलने के लिए प्रोत्साहित किया।

**स्वामी विवेकानंद के कार्यों का भारत और दुनिया पर गहरा प्रभाव पड़ा है। उन्होंने हिंदू धर्म को एक वैश्विक धर्म के रूप में स्थापित करने में मदद की। उन्होंने भारत में सामाजिक सुधार के लिए काम किया, और उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया। स्वामी विवेकानंद एक महान व्यक्ति थे, जिनका जीवन और कार्य हमें प्रेरित करता रहेगा।

PM Shri Narendra Modi : क्या कहा हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वामी विवेकानंद जी के विचारो के बारे में powerful leader on 12 january

PM Shri Narendra Modi क्या कहा हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वामी विवेकानंद जी के विचारो के बारे में

What did our country’s Prime Minister Narendra Modi say about the thoughts of Swami Vivekananda?

भारतीय अध्यात्म और संस्कृति को वैश्विक पटल पर स्थापित करने वाले स्वामी विवेकानंद को उनकी जन्म-जयंती, राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर शत-शत नमन। ऊर्जा और स्फूर्ति से परिपूर्ण उनके विचार और संदेश युग-युगांतर तक युवाओं को कुछ कर गुजरने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।

“उठो , जागो और तब तक मत रुको जब तक कि तुम अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर लेते।” 

स्वामी जी के इस उद्घोष के बारे में कहा
इसे जीवन जीने का मंत्र बताया

PM Shri Narendra Modi

दो संदेशो के बारे में बताया institutions और Innovations जीवन का हिस्सा , युवा के विचार विस्तार , इंडिविजुअल सक्सेस को टीम सक्सेस के रूप में विस्तार दे , टीम स्पिरिट से काम करते रहे तो  टीम स्पिरिट टीम इंडिया के रूप में विकसित भारत को आगे ले जायेगा

हर काम को तीन चरणों से गुजरना पड़ता है उपहास , विरोध , स्वीकृति के बारे में कहा , इनोवेशन के नए आईडिया के बारे में भी बात कही

अगर आपके आईडिया पर आपको यकींन है तो उस पर ठीके रहने के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी ने युवको से कहा

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नरेंद्र मोदी जी के बारे में : PM Shri Narendra Modi  

नरेंद्र मोदी जी भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री हैं। वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य हैं। वे 26 मई 2014 को पहली बार प्रधानमंत्री बने थे और 26 मई 2019 को दूसरी बार प्रधानमंत्री चुने गए।

नरेंद्र मोदी जी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर शहर में हुआ था। उनका परिवार एक मध्यमवर्गीय परिवार था। उनके पिता एक चाय बेचने वाले थे। मोदी जी ने अपने बचपन में चाय बेचने में अपने पिता की मदद की।

मोदी जी आठ साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ गए। आरएसएस एक हिंदू राष्ट्रवादी संगठन है। मोदी जी आरएसएस के साथ सक्रिय रूप से जुड़े रहे और संगठन के कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे।

मोदी जी ने गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने गुजरात सरकार में कई विभागों में काम किया। 2001 में, उन्हें गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया।

मोदी जी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में 13 साल तक सेवा की। उनके कार्यकाल के दौरान, गुजरात में आर्थिक विकास हुआ और राज्य का प्रतिष्ठा बढ़ी। मोदी जी को “विकास पुरुष” के नाम से जाना जाता है।

2014 के आम चुनावों में, भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल किया। मोदी जी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया। उन्होंने चुनाव जीता और भारत के प्रधानमंत्री बने।

मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद, भारत में कई बदलाव हुए। उन्होंने “सबका साथ, सबका विकास” का नारा दिया। उन्होंने कई आर्थिक सुधारों को लागू किया। उन्होंने भारत की विदेश नीति में भी बदलाव किए।

मोदी जी की नीतियों के कई समर्थक हैं। उनका मानना है कि मोदी जी ने भारत को एक मजबूत और समृद्ध देश बनाने के लिए काम किया है। हालांकि, मोदी जी की नीतियों के कई आलोचक भी हैं। उनका मानना है कि मोदी जी की नीतियों से कुछ लोगों को नुकसान हुआ है।

कुल मिलाकर, नरेंद्र मोदी जी एक विवादास्पद व्यक्ति हैं। उनके समर्थक उन्हें भारत का एक महान नेता मानते हैं, जबकि उनके आलोचक उन्हें एक तानाशाह मानते हैं।

नरेंद्र मोदी जी के कार्यकाल के दौरान हुए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव : Some changes during working period of PM Shri Narendra Modi 

  • आर्थिक विकास: मोदी जी के कार्यकाल के दौरान, भारत की अर्थव्यवस्था ने तेजी से विकास किया।
  • रोजगार सृजन: मोदी जी ने कई योजनाओं को लागू किया, जिससे रोजगार के अवसर बढ़े।
  • आधार: मोदी जी ने आधार योजना को लागू किया, जिससे सरकारी सेवाओं का लाभ लेने में आसानी हुई।
  • जीएसटी: मोदी जी ने जीएसटी को लागू किया, जिससे व्यापार में आसानी हुई।
  • डिजिटल इंडिया: मोदी जी ने डिजिटल इंडिया अभियान चलाया, जिससे भारत में डिजिटलीकरण को बढ़ावा मिला।
  • आत्मनिर्भर भारत: मोदी जी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाया, जिससे भारत को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए गए।

Achievements of PM Shri Narendra Modi  : नरेंद्र मोदी जी की उपलब्धियां

  • मोदी जी ने भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है।
  • उन्होंने भारत में रोजगार के अवसर बढ़ाए हैं।
  • उन्होंने आधार योजना को लागू करके सरकारी सेवाओं को लोगों तक पहुंचाया है।
  • उन्होंने जीएसटी को लागू करके व्यापार में आसानी की है।
  • उन्होंने डिजिटल इंडिया अभियान चलाकर भारत में डिजिटलीकरण को बढ़ावा दिया है।
  • उन्होंने आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाकर भारत को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए हैं।

PM Shri Narendra Modi  : नरेंद्र मोदी जी की आलोचनाएं

  • मोदी जी की कुछ नीतियों को लेकर विवाद रहा है।
  • उन पर धार्मिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है।
  • उन पर लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया गया है।

निष्कर्ष

नरेंद्र मोदी जी एक विवादास्पद व्यक्ति हैं। उनके समर्थक उन्हें भारत का एक महान नेता मानते हैं, जबकि उनके आलोचक उन्हें एक तानाशाह मानते हैं। मोदी जी के कार्यकाल के दौरान भारत में कई बदलाव हुए हैं। उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है और रोजगार के अवसर बढ़ाए हैं। हालांकि, उनकी कुछ नीतियों को लेकर भी विवाद रहा है।

 

स्वामी विवेकानंद के विचार: युवाओं के लिए प्रेरणा

स्वामी विवेकानंद के विचार: युवाओं के लिए प्रेरणा

स्वामी विवेकानंद एक महान भारतीय दार्शनिक, धर्मगुरु, और सामाजिक सुधारक थे। उनके विचारों ने दुनिया भर के लोगों को प्रेरित किया है। उनके कुछ अनमोल विचार इस प्रकार हैं:

  1. “उठो , जागो और तब तक मत रुको जब तक कि तुम अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर लेते।”
  2. “तुम क्या हो, वह तुमने पहले ही तय कर लिया है। तुम क्या बनोगे, यह तुम्हारे हाथ में है।”
  3. “खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है।”
  4. “सत्य को हजार तरीकों से बताया जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य ही होगा।”
  5. “जो लोग आपकी मदद करते हैं उन्हें कभी मत भूलो।”
  6. “पढ़ने के लिए जरूरी है एकाग्रता, एकाग्रता के लिए जरूरी है ध्यान।”
  7. “जब तक तुम अपने आप पर भरोसा नहीं कर सकते तब तक तुम्हें ईश्वर पर भरोसा नहीं हो सकता।”

अन्य अनमोल विचार:

  1. “मनुष्य का जन्म ही महानता के लिए हुआ है।”
  2. “सभी धर्म एक हैं, केवल उनका नाम अलग-अलग है।”
  3. “ईश्वर किसी एक व्यक्ति में नहीं है, बल्कि सभी में है।”
  4. “सत्य और अहिंसा ही धर्म है।”
  5. “सामाजिक सेवा ही सबसे उत्तम धर्म है।”
  6. “युवाओं में असीम संभावनाएं हैं। वे दुनिया को बदल सकते हैं।”
  7. “युवाओं को अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।”
  8. “युवाओं को अपने देश की सेवा करने के लिए आगे आना चाहिए।”

शिक्षा और ज्ञान के बारे में विचार:

  1. “ज्ञान ही शक्ति है।”
  2. “शिक्षा मनुष्य को पूर्ण बनाती है।”
  3. “सभी को शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है।”
  4. “शिक्षा का उद्देश्य मनुष्य को एक अच्छा इंसान बनाना है।”

समाज और राष्ट्र के बारे में विचार:

  1. “एकता ही शक्ति है।”
  2. “सामाजिक न्याय और समानता ही एक बेहतर समाज की नींव है।”
  3. “देशभक्ति का अर्थ है अपने देश और समाज की सेवा करना।”
  4. “एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण शिक्षा, स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था के विकास पर निर्भर करता है।”

आध्यात्मिकता और कर्म के बारे में विचार:

  1. “आध्यात्मिकता का अर्थ है अपने भीतर ईश्वर को खोजना।”
  2. “कर्म ही धर्म है।”
  3. “प्रत्येक व्यक्ति को अपने कर्मों का फल भोगना पड़ता है।”
  4. “कर्मयोग ही सबसे उत्तम मार्ग है।”

व्यक्तिगत विकास के बारे में विचार:

  1. “स्वयं को बदलो, दुनिया बदल जाएगी।”
  2. “सकारात्मक सोच रखो और कभी हार मत मानो।”
  3. “अपने लक्ष्यों के लिए कड़ी मेहनत करो।”
  4. “अपने जीवन में कुछ नया सीखते रहो।”

अन्य विचार:

  1. “परोपकार ही परम धर्म है।”
  2. “दया और करुणा ही मनुष्य का सबसे बड़ा गुण है।”
  3. “शांति ही सत्य है।”
  4. “विश्व एक परिवार है।”

स्वामी विवेकानंद के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उनके विचार हमें अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने और एक बेहतर दुनिया बनाने के लिए प्रेरित करते हैं।

National Youth Day : राष्ट्रीय युवक दिन 12 जनवरी

National Youth Day : राष्ट्रीय युवक दिन 12 जनवरी , स्वामी विवेकानंद जयंती 

राष्ट्रीय युवा दिवस

भारत में हर साल 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद एक महान भारतीय दार्शनिक, धर्मगुरु, और सामाजिक सुधारक थे। वे बंगाल के एक कुलीन परिवार में जन्मे थे, और बचपन से ही वे धार्मिक और आध्यात्मिक विषयों में रुचि रखते थे। उन्होंने पश्चिमी देशों में हिंदू धर्म का प्रचार किया, और उनके विचारों ने कई लोगों को प्रभावित किया।

राष्ट्रीय युवा दिवस के आयोजन का उद्देश्य देश के युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों और आदर्शों से प्रेरित करना है। इस दिन, देश भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें भाषण, निबंध प्रतियोगिता, खेलकूद, और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं को अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना है, और उन्हें देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करना है।

राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री युवाओं को संबोधित करते हैं। वे युवाओं से देश के विकास में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान करते हैं। युवाओं को देश की प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन माना जाता है। वे देश की ताकत और भविष्य हैं। राष्ट्रीय युवा दिवस युवाओं को उनके महत्व और जिम्मेदारी के बारे में जागरूक करने का एक अवसर है।

राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर, युवाओं को स्वामी विवेकानंद के जीवन और विचारों से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने युवाओं से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने और अपने देश की सेवा करने का आह्वान किया।

स्वामी विवेकानंद के विचार आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनका मानना ​​था कि युवाओं में असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने युवाओं को अपने सपनों को पूरा करने और अपने देश को एक बेहतर जगह बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।

राष्ट्रीय युवा दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है जब हम युवाओं के महत्व को पहचानते हैं और उन्हें अपने देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इस दिन, हमें युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरित करने और उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास करना चाहिए।

राष्ट्रीय युवा दिवस के महत्व

राष्ट्रीय युवा दिवस के निम्नलिखित महत्व हैं:

  • यह युवाओं को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करता है।
  • यह युवाओं को देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करता है।
  • यह युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों और आदर्शों से प्रेरित करता है।

राष्ट्रीय युवा दिवस के लिए सुझाव

राष्ट्रीय युवा दिवस को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए, निम्नलिखित सुझाव दिए जा सकते हैं:

  • इस दिन को स्कूलों और कॉलेजों में व्यापक रूप से मनाया जाना चाहिए।
  • इस दिन, युवाओं को स्वामी विवेकानंद के जीवन और विचारों के बारे में अधिक जानकारी दी जानी चाहिए।
  • इस दिन, युवाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

राष्ट्रीय युवा दिवस के लिए संकल्प

राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर, हम सभी को निम्नलिखित संकल्प लेने चाहिए:

  • हम देश के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
  • हम अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे।
  • हम स्वामी विवेकानंद के विचारों और आदर्शों को अपने जीवन में उतारेंगे।

Reliance Industries : भारत की सबसे बड़ी कंपनी का शानदार विकास 1973 visionary Unstoppable

Realiance Industries : भारत की सबसे बड़ी कंपनी का शानदार विकास 1973

Reliance Industries रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का इतिहास और गुजरात के साथ इसके संबंध

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) भारत की सबसे बड़ी कंपनी है। इसकी स्थापना धीरूभाई अंबानी ने 1973 में की थी। कंपनी का मुख्यालय अहमदाबाद, गुजरात में है।

RIL के इतिहास में गुजरात हमेशा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। कंपनी की शुरुआत गुजरात में हुई थी और आज भी इसका सबसे बड़ा परिचालन गुजरात में ही है। RIL ने गुजरात में कई उद्योगों में महत्वपूर्ण निवेश किया है, जिनमें पेट्रोलियम, रिफाइनरी, टेलीकॉम, और रिटेल शामिल हैं।

Realiance Industries : भारत की सबसे बड़ी कंपनी का शानदार विकास 1973

RIL के गुजरात के साथ संबंधों को निम्नलिखित बिंदुओं से समझा जा सकता है:

  • स्थापना: RIL की स्थापना धीरूभाई अंबानी ने गुजरात के एक छोटे से शहर जूनागढ़ में की थी।
  • मुख्यालय: RIL का मुख्यालय अहमदाबाद, गुजरात में है।
  • निवेश: RIL ने गुजरात में कई उद्योगों में महत्वपूर्ण निवेश किया है, जिनमें पेट्रोलियम, रिफाइनरी, टेलीकॉम, और रिटेल शामिल हैं।
  • रोजगार: RIL गुजरात में लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करती है।
  • विकास: RIL ने गुजरात के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

अंबानी के खुद के गुजराती होने पर जोर देने का महत्व

अंबानी के खुद के गुजराती होने पर जोर देने का महत्व निम्नलिखित बिंदुओं से समझा जा सकता है:

  • यह दर्शाता है कि वह अपनी जड़ों के प्रति प्रतिबद्ध हैं।
  • यह दर्शाता है कि वह गुजरात के लोगों और संस्कृति के प्रति सम्मान रखते हैं।
  • यह RIL के गुजरात के साथ संबंधों को मजबूत करता है।

अंबानी के गुजराती होने पर जोर देने से भारत के व्यापार जगत और गुजरात के लोगों के बीच एक मजबूत संबंध बनता है। यह दर्शाता है कि RIL एक भारतीय कंपनी है जो भारत के सभी हिस्सों के लोगों के लिए काम करती है। यह RIL के गुजरात के विकास में योगदान देने के संकल्प को भी मजबूत करता है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) का इतिहास उद्यमी धीरूभाई अंबानी की दृष्टि, जुनून और लगन से जुड़ा हुआ है। यह एक विनम्र शुरुआत से भारत की सबसे बड़ी कंपनी बनने की यात्रा है, जिसने न केवल भारत की अर्थव्यवस्था को बल्कि लाखों लोगों के जीवन को भी प्रभावित किया है।

1960 के दशक:

  • 1966 में, धीरूभाई अंबानी ने गुजरात के छोटे से शहर जूनागढ़ में रिलायंस टेक्सटाइल कंपनी की स्थापना की। शुरुआत में, वे पॉलिएस्टर यार्न के व्यापार से जुड़े थे।
  • कंपनी धीरे-धीरे बढ़ी और 1973 में इसका नाम बदलकर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड कर दिया गया।

1970 और 1980 के दशक:

  • पेट्रोकेमिकल्स के क्षेत्र में विस्तार: यह RIL का एक महत्वपूर्ण मोड़ था। 1978 में, कंपनी ने नैफ्था-आधारित पेट्रोकेमिकल्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण शुरू किया, जिसने भारत में इस उद्योग को नया आयाम दिया।
  • विविधीकरण: RIL ने अन्य उद्योगों में भी कदम रखा, जैसे पॉलीमर, पॉलीएस्टर फाइबर, क्लोरीन-क्षार और पॉलीविनाइल क्लोराइड (PVC)।
  • विवादास्पद मुकाबला: इस अवधि में RIL का सरकारी कंपनियों और अन्य उद्योगपतियों के साथ टकराव देखने को मिला। ये विवाद संसाधनों के आवंटन और बाजार नियंत्रण को लेकर थे।

1990 के दशक और 2000 के दशक:

  • वैश्विक महत्वाकांक्षा: RIL ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रवेश किया और अमेरिका और यूरोप में अधिग्रहण किए।
  • ऊर्जा क्षेत्र में प्रवेश: 1996 में, RIL ने तेल और प्राकृतिक गैस के अन्वेषण और उत्पादन में प्रवेश किया। कंपनी ने अपने खोजे गए ब्लॉक में मुंबई हाई पश्चिम और कृष्णा गोदावरी बेसिन जैसे विशाल हाइड्रोकार्बन भंडारों की खोज की।
  • रिलायंस रिटेल की स्थापना: 2006 में, RIL ने रिटेल क्षेत्र में प्रवेश किया और देश भर में रिलायंस फ्रेश और रिलायंस ट्रेंड स्टोर की श्रृंखला शुरू की।

2010 के दशक और आगे:

  • डिजिटल क्रांति में प्रवेश: 2010 में, RIL ने दूरसंचार उद्योग में प्रवेश किया और जियो सिमकार्ड पेश किया। यह भारत में टेलिकॉम क्षेत्र में एक गेम-चेंजर साबित हुआ।
  • हरित ऊर्जा पर ध्यान: हाल के वर्षों में, RIL ने हरित ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित किया है। कंपनी सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और हाइड्रोजन जैसी अक्षय ऊर्जा स्रोतों में निवेश कर रही है।

Reliance Industries : भारत की सबसे बड़ी कंपनी का शानदार विकास 1973 RIL की सफलता के कारण:

RIL की सफलता के कई कारण हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • दूरदर्शी नेतृत्व: धीरूभाई अंबानी एक दूरदर्शी नेता थे जिन्होंने भारत में उद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए RIL का उपयोग किया।
  • अच्छी प्रबंधन: RIL की प्रबंधन टीम कुशल और अनुभवी है।
  • निवेश: RIL ने अपने व्यवसायों को विकसित करने के लिए लगातार निवेश किया है।
  • नवाचार: RIL नवाचार के लिए प्रतिबद्ध है।

RIL Reliance Industries का प्रभाव:

RIL भारत की अर्थव्यवस्था में एक प्रेरक शक्ति है। कंपनी लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करती है, सरकारी राजस्व में महत्वपूर्ण योगदान देती है और भारत के औद्योगिक विकास में अग्रणी भूमिका निभाती है। इसके अतिरिक्त, RIL ने अपनी सीएसआर पहलों के माध्यम से सामाजिक और आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

RIL Reliance Industriesके भविष्य की संभावनाएं:

RIL के भविष्य की संभावनाएं उज्ज्वल हैं। कंपनी अपने विभिन्न व्यवसायों में विस्तार और विकास जारी रखने की योजना बना रही है। इसके अतिरिक्त, RIL हरित ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जो भारत के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।

Reliance Industries रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) भारत की सबसे बड़ी कंपनी है और यह कई उद्योगों में कारोबार करती है। RIL के मुख्य व्यवसाय क्षेत्रों में शामिल हैं:

  • ऊर्जा: RIL एक प्रमुख तेल और गैस कंपनी है। यह भारत में तेल और गैस के अन्वेषण और उत्पादन में अग्रणी है। इसके अतिरिक्त, RIL एक बड़ी रिफाइनरी और पेट्रोलियम उत्पादों की विपणन कंपनी है।
  • पेट्रोकेमिकल्स: RIL एक प्रमुख पेट्रोकेमिकल्स कंपनी है। यह भारत में पेट्रोकेमिकल्स का सबसे बड़ा उत्पादक है। RIL पेट्रोकेमिकल उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला का उत्पादन करती है, जिसमें पॉलीमर, रसायन और फाइबर शामिल हैं।
  • रिटेल: RIL एक प्रमुख रिटेल कंपनी है। यह भारत में रिटेल बाजार का एक प्रमुख खिलाड़ी है। RIL देश भर में रिलायंस फ्रेश, रिलायंस ट्रेंड और रिलायंस जियो मार्ट जैसे स्टोरों की एक बड़ी श्रृंखला का संचालन करता है।
  • दूरसंचार: RIL एक प्रमुख दूरसंचार कंपनी है। यह भारत में सबसे बड़े मोबाइल सेवा प्रदाताओं में से एक है। RIL जियो ब्रांड के तहत मोबाइल सेवाएं प्रदान करता है।
  • अन्य व्यवसाय: RIL अन्य क्षेत्रों में भी कारोबार करती है, जिसमें मीडिया, इंफ्रास्ट्रक्चर और नवीकरणीय ऊर्जा शामिल हैं।

Reliance Industries Limited (RIL) की नेट वर्थ 2023 में $217.41 बिलियन थी

यह इसे दुनिया की 46वीं सबसे मूल्यवान कंपनी बनाता है। RIL की नेट वर्थ में पिछले साल की तुलना में 45% की वृद्धि हुई है। यह वृद्धि कंपनी के मजबूत प्रदर्शन के कारण हुई है, जिसमें इसके ऊर्जा, पेट्रोकेमिकल्स और रिटेल व्यवसायों में वृद्धि शामिल है।

RIL Reliance Industriesकी नेट वर्थ को निम्नलिखित कारकों से प्रभावित किया जाता है:

  • कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन: RIL का वित्तीय प्रदर्शन उसकी नेट वर्थ को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि कंपनी अच्छा प्रदर्शन कर रही है, तो इसकी नेट वर्थ बढ़ेगी।
  • कंपनी के व्यवसाय: RIL के विभिन्न व्यवसायों में अलग-अलग जोखिम और अवसर होते हैं। कंपनी के उन व्यवसायों में अच्छा प्रदर्शन करने से उसकी नेट वर्थ बढ़ेगी जो कम जोखिम वाले होते हैं और उच्च रिटर्न देते हैं।
  • वैश्विक आर्थिक स्थितियां: वैश्विक आर्थिक स्थितियां भी RIL की नेट वर्थ को प्रभावित कर सकती हैं। यदि वैश्विक अर्थव्यवस्था मजबूत है, तो RIL की मांग बढ़ेगी और उसकी नेट वर्थ बढ़ेगी।

RIL की नेट वर्थ का भारत की अर्थव्यवस्था पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। कंपनी लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करती है और सरकारी राजस्व में महत्वपूर्ण योगदान देती है। RIL की मजबूत वित्तीय स्थिति भारत की अर्थव्यवस्था की स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है।

Reliance Industries

https://en.wikipedia.org/wiki/Reliance_Industries

https://khabarkonakona.com/gmail-how-to-create-gmail-account-in-hindi/

reliance-industries-limited रिलायंस एक गुजराती कंपनी थी, है और रहेगी: मुकेश अंबानी

Reliance रिलायंस एक गुजराती कंपनी थी- है और रहेगी : मुकेश अंबानी

Reliance रिलायंस एक गुजराती कंपनी थी, है और रहेगी : मुकेश अंबानी

मुकेश अंबानी ने यह घोषणा की है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड हमेशा एक गुजराती कंपनी बनी रहेगी। इसका मतलब है कि भले ही कंपनी ने अब भारत और दुनिया भर में विस्तार किया है, इसकी जड़ें अभी भी गुजरात में मजबूती से टिकी हुई हैं। यह भावना उनके पिता धीरूभाई अंबानी की प्रतिक्रिया है, जो हमेशा कंपनी के गुजराती मूल पर जोर देते थे।

यहां कुछ प्रमुख बिंदु दिए गए हैं जो मुकेश अंबानी के बयान के विवरण में जाते हैं:

  • गुजरात के प्रति वचन: अंबानी ने कहा कि उन्हें कभी नहीं भूलेंगे कि उनके पिता ने उन्हें बचपन में क्या बताया था – गुजरात उनकी मातृभूमि है, गुजरात को हमेशा उनकी कर्मभूमि रहना चाहिए। उन्होंने फिर से जोर देकर कहा कि “रिलायंस थी, है और हमेशा एक गुजराती कंपनी रहेगी, जो मेरे 7 करोड़ गुजराती साथियों के सपनों को पूरा करने का प्रयास करेगी।”
  • निवेश की प्रतिबद्धता: अंबानी ने पिछले 10 वर्षों में गुजरात में 150 बिलियन डॉलर (लगभग 12 लाख करोड़ रुपये) के कुल निवेश का भी हवाला दिया। उन्होंने यह भी घोषणा की कि अगले 10 वर्षों में रिलायंस गुजरात में महत्वपूर्ण निवेश करता रहेगा।
  • गुजरात के विकास में योगदान: अंबानी ने कहा कि रिलायंस गुजरात की विकास गाथा में अग्रणी भूमिका निभाना जारी रखेगा, विशेष रूप से गुजरात को हरित विकास में अग्रणी बनाने में।
  • गर्व से गुजराती: अंबानी ने कई बार इस बात पर जोर दिया कि वह खुद को गुजराती होने पर गर्व करते हैं। उन्होंने कहा कि रिलायंस गुजरात के लोगों और संस्कृति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को कभी नहीं भूलेगा।

मुकेश अंबानी के इस बयान का भारत के व्यापार जगत और गुजरात के लोगों के लिए महत्वपूर्ण अर्थ है। यह दर्शाता है कि रिलायंस अपनी जड़ों के प्रति प्रतिबद्ध है और गुजरात के विकास में सक्रिय रूप से योगदान देना जारी रखेगा।

IND vs AFG T20 : Virat Kohli निजी कारणों से आज सीरीज के पहले मैच में नहीं खेल पाएंगे

IND vs AFG T20 : कोहली निजी कारणों से आज सीरीज के पहले मैच में नहीं खेल पाएंगे

कोहली बाकी दो मैच खेलने के लिए उपलब्ध रहेंगे.स्टार भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली, ICC पुरुष T20 विश्व कप 2022 के बाद पहली बार T20I सेटअप में लौट रहे हैं, व्यक्तिगत कारणों से 11 जनवरी को मोहाली में अफगानिस्तान के खिलाफ ओपनर के रूप में बाहर बैठेंगे।

भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी पुष्टि की और कहा कि यशस्वी जयसवाल कप्तान रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग करेंगे।भारत और अफगानिस्तान के बीच टी20 सीरीज की शुरुआत आज मोहाली में होगी; दूसरा मैच 14 जनवरी को इंदौर में खेला जाएगा; और यह सीरीज 17 जनवरी को बेंगलुरु में खत्म होगी।14 महीनों के बाद वापसी कर रहे रोहित शर्मा भी टीम की कमान संभालेंगे।द्रविड़ ने 2024 में टी20 विश्व कप के लिए चयन प्रक्रिया में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खिलाड़ियों के प्रदर्शन के महत्व पर जोर दिया, यह देखते हुए कि यह टूर्नामेंट से पहले आखिरी टी20ई असाइनमेंट होने जा रहा है।

अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज से इशान किशन और श्रेयस अय्यर की अनुपस्थिति के बारे में बताते हुए द्रविड़ ने स्पष्ट किया कि किशन ने मानसिक थकान के कारण दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान ब्रेक का अनुरोध किया था और टीम प्रबंधन ने उनके फैसले का समर्थन किया था। हालाँकि, किशन ने तब से खुद को चयन के लिए उपलब्ध नहीं कराया है और तैयार होने पर घरेलू क्रिकेट में वापसी करेंगे।अनुशासन के बारे में चिंताओं को संबोधित करते हुए, द्रविड़ ने कहा, “कोई अनुशासनात्मक मुद्दा नहीं; ईशान किशन चयन के लिए उपलब्ध नहीं थे. जब वह तैयार हो जाएगा तो वह घरेलू क्रिकेट खेलेगा और खुद को उपलब्ध रखेगा।’केएल राहुल की अनुपस्थिति में जितेश शर्मा और संजू सैमसन सीरीज में भारत के लिए विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभालेंगे।

इस बीच, अफगानिस्तान का नेतृत्व इब्राहिम जादरान करेंगे, प्रमुख ऑलराउंडर राशिद खान अपने टखने की सर्जरी से उबरने के कारण श्रृंखला से बाहर हो गए हैं।अफगानिस्तान बनाम सीरीज के लिए भारत की T20I टीम:रोहित शर्मा (कप्तान), शुबमन गिल, यशस्वी जयसवाल, विराट कोहली, तिलक वर्मा, रिंकू सिंह, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), संजू सैमसन (विकेटकीपर), शिवम दुबे, वॉशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई, कुलदीप यादव, अर्शदीप सिंह , आवेश खान, मुकेश कुमार

भारत vs अफगानिस्तान, पहला टी20 मैच, लाइव स्ट्रीमिंग: कब और कहां टीवी और ऑनलाइन पर IND बनाम AFG क्रिकेट मैच देखें, भारत vs अफगानिस्तान पहले टी20 मैच की लाइव स्ट्रीमिंग जियो सिनेमा पर उपलब्ध होगी।

भारतीय टीम : रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जयसवाल, शुबमन गिल, तिलक वर्मा, रिंकू सिंह, संजू सैमसन (विकेटकीपर), अक्षर पटेल, अर्शदीप सिंह, आवेश खान, कुलदीप यादव, मुकेश कुमार, जितेश शर्मा, वॉशिंगटन सुंदर, शिवम दुबे ,रवि बिश्नोई

अफगानिस्तान टीम : हज़रतुल्लाह ज़ज़ई, रहमानुल्लाह गुरबाज़ (विकेटकीपर), इब्राहिम ज़दरान (कप्तान), नजीबुल्लाह ज़दरान, मोहम्मद नबी, अज़मतुल्लाह उमरज़ई, मुजीब उर रहमान, शराफुद्दीन अशरफ, कैस अहमद, नवीन-उल-हक, फजलहक फारूकी, नूर अहमद, मोहम्मद सलीम सफी, करीम जनत, इकराम अलीखिल, फरीद अहमद मलिक, रहमत शाह, गुलबदीन नायब

IND vs AFG: भारत-अफगानिस्तान पहले टी20 में इन खिलाड़ियों पर रहेंगी पूरी दुनिया की नजरें

IND vs AFG: भारत-अफगानिस्तान पहले टी20 में इन खिलाड़ियों पर रहेंगी पूरी दुनिया की नजरें

आज, 11 जनवरी 2024 को मोहाली के आईएस बिंद्रा स्टेडियम में खेला जाएगा । भारत और अफगानिस्तान के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का पहला मुकाबला आज, 11 जनवरी 2024 को।यह सीरीज टी20 विश्व कप 2024 से पहले भारत की आखिरी टी20 सीरीज है।पहले टी20 में भारत के कप्तान रोहित शर्मा होंगे, जबकि विराट कोहली पारिवारिक कारणों से इस मैच में नहीं खेलेंगे।अफगानिस्तान के लिए राशिद खान चोट के कारण सीरीज से बाहर हैं।ऐसे में दोनों टीमों के लिए यह सीरीज काफी अहम है।

इस मैच में कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन पर नजर रहेगी। ये खिलाड़ी अपनी टीम के लिए मैच जिताने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।भारतीय टीम के लिए यह सीरीज जीतना जरूरी है, ताकि टी20 विश्व कप के लिए अपनी तैयारियों को और बेहतर बनाया जा सके।पिच की रिपोर्ट के मुताबिक, मोहाली की पिच बल्लेबाजों के लिए अनुकूल है।भारतीय टीम के लिए शुभमन गिल और ईशान किशन की जोड़ी को अच्छी शुरुआत देनी होगी।अफगानिस्तान के लिए मोहम्मद नबी और हसन अली की गेंदबाजी का सामना करना चुनौतीपूर्ण होगा।

मैच में भारत की जीत की संभावना अधिक है, लेकिन अफगानिस्तान भी एक मजबूत टीम है और किसी भी समय जीत सकती है। मैच शाम 7:00 बजे से शुरू होगा।  यहां दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग इलेवन है:

भारत बनाम अफगानिस्तान के पहले टी20 मैच में नजर रखने वाले खिलाड़ी

 यह सीरीज टी20 विश्व कप 2024 से पहले भारत की आखिरी टी20 सीरीज है। ऐसे में दोनों टीमों के लिए यह सीरीज काफी अहम है।

इस मैच में कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन पर नजर रहेगी। ये खिलाड़ी अपनी टीम के लिए मैच जिताने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

भारत-अफगानिस्तान टी20 सीरीज. ( Image Source : Social Media )

भारत:

  • रोहित शर्मा (कप्तान)
  • शुभमन गिल
  • ईशान किशन
  • सूर्यकुमार यादव
  • ऋषभ पंत (विकेटकीपर)
  • हार्दिक पांड्या
  • रवींद्र जडेजा
  • युजवेंद्र चहल
  • भुवनेश्वर कुमार
  • मोहम्मद शमी

भारत : 

  • रोहित शर्मा

टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा इस मैच में अपनी वापसी कर रहे हैं। रोहित शर्मा टी20 क्रिकेट में दुनिया के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक हैं। उनके पास बल्ले से मैच पलटने की क्षमता है।रोहित शर्मा के लिए यह मैच बहुत महत्वपूर्ण है। वह टी20 विश्व कप में भारत की कप्तानी करेंगे और इस मैच में उनका प्रदर्शन टीम के लिए एक अच्छा संकेत होगा।

  • यशस्वी जायसवाल

यशस्वी जायसवाल भारत के युवा और प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं। उन्होंने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया है। अफगानिस्तान के खिलाफ इस मैच में वह अपनी बल्लेबाजी का दम दिखाना चाहेंगे।यशस्वी जायसवाल को टी20 विश्व कप के लिए भारत की टीम में चुना जा सकता है। इस मैच में उनका अच्छा प्रदर्शन उनके लिए एक मजबूत दावा होगा।

  • रिंकू सिंह

रिंकू सिंह भी भारत के एक युवा और प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं। वह आखिरी ओवरों में तेजी से रन बना सकते हैं। अफगानिस्तान के खिलाफ इस मैच में वह अपनी बल्लेबाजी का दम दिखाना चाहेंगे।रिंकू सिंह ने हाल ही में आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने पंजाब किंग्स के लिए कई मैच जिताए हैं। अफगानिस्तान के खिलाफ इस मैच में भी वह अपनी टीम के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं।

इन खिलाड़ियों पर रहेंगी पूरी दुनिया की नजरें

भारत-अफगानिस्तान टी20 सीरीज. ( Image Source : Social Media )

अफगानिस्तान

  • अजमतुल्लाह उमरजई

अजमतुल्लाह उमरजई अफगानिस्तान के एक युवा और प्रतिभाशाली बल्लेबाज और गेंदबाज हैं। उन्होंने हाल ही में हुए टी20 विश्व कप में भी अच्छा प्रदर्शन किया था। अफगानिस्तान के खिलाफ इस मैच में वह अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी से टीम के लिए योगदान देना चाहेंगे।

अजमतुल्लाह उमरजई एक मल्टी-टास्कर हैं। वह बल्ले से अच्छी शुरुआत दे सकते हैं और गेंदबाजी में भी विकेट ले सकते हैं। अफगानिस्तान के लिए वह एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं।

  • रहमानुल्लाह गुरबाज

रहमानुल्लाह गुरबाज अफगानिस्तान के एक अनुभवी बल्लेबाज हैं। वह टीम के लिए अच्छी शुरुआत देने में माहिर हैं। अफगानिस्तान के खिलाफ इस मैच में वह अपनी बल्लेबाजी से टीम के लिए योगदान देना चाहेंगे।रहमानुल्लाह गुरबाज अफगानिस्तान के लिए एक अहम खिलाड़ी हैं। वह टीम के लिए अच्छी शुरुआत देते हैं और टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाते हैं।इन तो कुछ खिलाड़ी हैं, जिन पर इस मैच में नजर रहेगी। इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन से दोनों टीमों की जीत-हार का फैसला हो सकता है।

रोहित शर्मा के लिए यह मैच एक महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि वह टी20 विश्व कप में भारत की कप्तानी करेंगे।यशस्वी जायसवाल को टी20 विश्व कप के लिए भारत की टीम में चुना जा सकता है और यह मैच उनके लिए एक अच्छा प्रदर्शन करने का मौका होगा।रिंकू सिंह ने हाल ही में आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया है और वह अफगानिस्तान के खिलाफ इस मैच में भी अपनी टीम के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं।

**अजमतुल्लाह उमरजई अफगानिस्तान के लिए एक मल्टी-टास्कर हैं

 

 

 

विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी

हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य विश्व में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिंदी को अन्तरराष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है।

विश्व हिंदी दिवस मनाने का विचार पहली बार 1972 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने रखा था। उन्होंने कहा था कि हिंदी भारत की राष्ट्रीय भाषा है और इसे विश्व भर में प्रसारित किया जाना चाहिए। 1975 में, भारत के विदेश मंत्रालय ने पहली बार विश्व हिंदी दिवस मनाया।

विश्व हिंदी दिवस मनाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इनमें हिंदी भाषा में व्याख्यान, साहित्यिक कार्यक्रम, और हिंदी फिल्मों का प्रदर्शन शामिल हैं। कई देशों में, सरकारी कार्यालयों में हिंदी दिवस के अवसर पर विशेष समारोह आयोजित किए जाते हैं।

विश्व हिंदी दिवस मनाने से हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में मदद मिलती है। यह लोगों को हिंदी भाषा के बारे में जानने और इसे सीखने के लिए प्रोत्साहित करता है। विश्व हिंदी दिवस मनाने से हिंदी भाषा की सांस्कृतिक और साहित्यिक विरासत को भी संरक्षित करने में मदद मिलती है।

विश्व हिंदी दिवस की शुरुआत किसने की ?

 पहला विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी 2006 को पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के आदेश पर मनाया गया था। विश्व हिंदी दिवस हिंदी को सार्वभौमिक भाषा के रूप में मान्यता देने का एक अवसर है।

विश्व हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है ?

मनमोहन सिंह के कार्याकाल में 10 जनवरी, 2006 को विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी। इसके बाद से हर साल इस दिन को धूमधाम के साथ मनाया जाता है। विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर सभी भारतीयों को हिन्दी को दुनिया के कोने-कोने में पहुंचाने का संकल्प लेना चाहिए

हिंदी दिवस किसकी याद में मनाया जाता है ?

भारत के संविधान ने 14 सितंबर 1949 को हिंदी, जो देवनागरी लिपि में लिखी गई है, उसे भारत की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया । कई क्षेत्रीय भाषाओं के कारण प्रशासन के लिए हिंदी को ही आधिकारिक भाषा माना गया। इसके बाद आधिकारिक तौर पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया।

विश्व हिन्दी दिवस सबसे पहले कहाँ मनाया गया ?

अब बात करते है हिंदी दिवस के इतिहास की, तो विश्व में पहला हिंदी दिवस 10 जनवरी 1974 को महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित किया गया था। इस महासम्मेलन में 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे।

अनुच्छेद 351 में क्या है ?
अनुच्छेद 351 : हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार करना, उसका विकास करना ताकि वह भारत की सामासिक संस्कृति के सब तत्वों की अभिव्यक्ति का माध्यम बन सके, तथा उसकी आत्मीयता में हस्तक्षेप किए बिना हिन्दुस्तानी और अष्टम अनुसूची में उल्लिखित अन्य भारतीय भाषाओं के रूप, शैली और पदावली को आत्मसात करते हुए तथा आवश्यक या वांछनीय हो वहां.
विश्व हिंदी दिवस के महत्व

विश्व हिंदी दिवस के कई महत्व हैं। इनमें से कुछ महत्व निम्नलिखित हैं:

  • यह हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में मदद करता है।
  • यह लोगों को हिंदी भाषा के बारे में जानने और इसे सीखने के लिए प्रोत्साहित करता है।
  • यह हिंदी भाषा की सांस्कृतिक और साहित्यिक विरासत को संरक्षित करने में मदद करता है।
  • यह भारत और अन्य देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने में मदद करता है।

विश्व हिंदी दिवस मनाने के तरीके

विश्व हिंदी दिवस मनाने के कई तरीके हैं। इनमें से कुछ तरीके निम्नलिखित हैं:

  • हिंदी भाषा में व्याख्यान, साहित्यिक कार्यक्रम, और हिंदी फिल्मों का प्रदर्शन करें।
  • सरकारी कार्यालयों में हिंदी दिवस के अवसर पर विशेष समारोह आयोजित करें।
  • हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करें।
  • हिंदी भाषा सीखने और सिखाने के लिए स्वयंसेवक बनें।
  • आइए हम सभी मिलकर विश्व हिंदी दिवस को मनाने में अपना योगदान दें और हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए काम करें।

 

साल, 2023 में, विश्व हिंदी दिवस की थीम थी “हिंदी को जनमत की भाषा बनाना, बगैर उनकी मातृभाषा की महत्‍ता को भूले।” यह थीम हिंदी भाषा को एक अंतरराष्ट्रीय भाषा के रूप में स्थापित करने के महत्व पर केंद्रित थी। यह थीम यह भी याद दिलाती है कि हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए, हमें अपनी मातृभाषाओं की भी रक्षा और सम्मान करना चाहिए।

2024 में विश्व हिंदी दिवस की थीम है “हिंदी पारंपरिक ज्ञान से कृत्रिम बुद्धिमत्ता तक”। यह थीम हिंदी भाषा की समृद्ध सांस्कृतिक और साहित्यिक विरासत के साथ-साथ आधुनिक तकनीक और नवाचार के साथ इसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डालती है।

इस थीम के तहत, कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें हिंदी भाषा में व्याख्यान, साहित्यिक कार्यक्रम, और हिंदी फिल्मों का प्रदर्शन शामिल होंगे। कई देशों में, सरकारी कार्यालयों में हिंदी दिवस के अवसर पर विशेष समारोह आयोजित किए जाएंगे।

इस वर्ष, विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर, भारत सरकार ने “हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार” नामक एक अभियान शुरू किया है। इस अभियान का उद्देश्य हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए जागरूकता पैदा करना और लोगों को हिंदी भाषा सीखने के लिए प्रोत्साहित करना है।

 

Real Madrid vs atlético Madrid

Real Madrid vs atlético Madrid Highlights रियल मेड्रिड ने 5-3 से जीत हासिल की और फाइनल में जगह बनाई

रियल मेड्रिड बनाम एटलेटिको मैड्रिड: एक रोमांचक क्लासिक

10 जनवरी, 2024 को रियाद, सऊदी अरब में अल-अव्वल स्टेडियम में स्पेनिश सुपर कप के सेमीफाइनल में रियल मेड्रिड और एटलेटिको मैड्रिड के बीच एक रोमांचक क्लासिक खेल खेला गया। अंततः, रियल मेड्रिड ने 5-3 से जीत हासिल की और फाइनल में जगह बनाई।

खेल की शुरुआत :  Real Madrid vs atlético Madrid :

खेल की शुरुआत एटलेटिको मैड्रिड के लिए अच्छी रही, जो  मैरिओ हेर्मोसो के गोल करने के बाद 1-0 से आगे हो गया। 13वें मिनट में मैरिओ हेर्मोसो के सिर के बल गोल से बढ़त ले ली। लेकिन रियल मेड्रिड ने जल्द ही जवाब दिया, 22वें मिनट में एंटोनियो रुडिगर के सिर के बल गोल से बराबरी कर ली।हेर्मोसो ने एक शानदार क्रॉस पर शानदार हेडर किया, जो रियल मेड्रिड के गोलकीपर, थिबॉट कोर्टोइस के लिए रोकना मुश्किल था।

रियल मेड्रिड की बराबरी :

रियल मेड्रिड ने जल्द ही जवाब दिया, 22वें मिनट में एंटोनियो रुडिगर के सिर के बल गोल से बराबरी कर ली। रुडिगर ने एक शानदार क्रॉस पर शानदार हेडर किया, जो एटलेटिको मैड्रिड के गोलकीपर, जान ओब्लैक के लिए रोकना मुश्किल था।

फर्नांड मेन्डी ने रियल मेड्रिड को बढ़त दिलाई :

35वें मिनट में, फर्नांड मेन्डी ने रियल मेड्रिड को 2-1 की बढ़त दिलाई, जब उन्होंने लाफ़ार्डा के पास से एक शानदार फ़्लिक किया।

ग्रीजमैन ने एटलेटिको मैड्रिड को बराबरी दिलाई :

लेकिन एटलेटिको मैड्रिड ने फिर से बराबरी कर ली, 41वें मिनट में एंटोनी ग्रीजमैन के शानदार शॉट से। ग्रीजमैन ने लाफ़ार्डा के पास से एक शानदार शॉट मारा, जो रियल मेड्रिड के गोलकीपर, थिबॉट कोर्टोइस के लिए रोकना मुश्किल था।

दूसरा हाफ : 

दूसरे हाफ में, दोनों टीमों ने गोल करने की कोशिश की, लेकिन कोई भी टीम बढ़त नहीं बना सकी। 90 मिनट के बाद स्कोर 2-2 बराबर रहा, और खेल अतिरिक्त समय में चला गया।

अतिरिक्त समय में रियल मेड्रिड ने बढ़त हासिल की :

अतिरिक्त समय में, रियल मेड्रिड ने एक बार फिर बढ़त हासिल की, 108वें मिनट में करिम बेन्जेमा के सिर के बल गोल से।बेन्जेमा ने एक शानदार क्रॉस पर शानदार हेडर किया, जो एटलेटिको मैड्रिड के गोलकीपर, जान ओब्लैक के लिए रोकना मुश्किल था।

एटलेटिको मैड्रिड ने एक बार फिर बराबरी कर ली :

लेकिन एटलेटिको मैड्रिड ने फिर से बराबरी कर ली, 112वें मिनट में रोड्रिगो मोरेनो के गोल से। मोरेनो ने एक शानदार ड्रिबल के बाद एक शानदार शॉट मारा, जो रियल मेड्रिड के गोलकीपर, थिबॉट कोर्टोइस के लिए रोकना मुश्किल था।

विनिसियस जुनियर ने रियल मेड्रिड को जीत दिलाई :

खेल के अंतिम क्षणों में, रियल मेड्रिड ने विजयी गोल किया, 119वें मिनट में विनिसियस जुनियर के गोल से। जुनियर ने एक शानदार ड्रिबल के बाद एक शानदार शॉट मारा, जो एटलेटिको मैड्रिड के गोलकीपर, जान ओब्लैक के लिए रोकना मुश्किल था।

इस जीत के साथ, रियल मेड्रिड ने फाइनल में जगह बनाई, जहां वे बार्सिलोना से भिड़ेंगे।

खेल की मुख्य बातें :

रियल मेड्रिड ने 5-3 से जीत हासिल की और फाइनल में जगह बनाई।   करिम बेन्जेमा ने दो गोल किए, जबकि विनिसियस जुनियर ने एक गोल किया। एंटोनी ग्रीजमैन ने एटलेटिको मैड्रिड के लिए दो गोल किए, जबकि रोड्रिगो मोरेनो ने एक गोल किया। यह स्पेनिश सुपर कप में रियल मेड्रिड की 12वीं जीत थी।

खेल की समीक्षा: निष्कर्ष : 

यह एक रोमांचक क्लासिक था, जिसमें दोनों टीमों ने गोल करने की कोशिश की। रियल मेड्रिड ने शुरुआत में एक अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन एटलेटिको मैड्रिड ने जल्द ही बराबरी कर ली। दूसरा हाफ भी करीबी रहा, लेकिन अंततः रियल मेड्रिड ने अतिरिक्त समय में जीत हासिल की।बेन्जेमा और विनिसियस जुनियर रियल मेड्रिड के लिए मैच विजेता थे। बेन्जेमा ने दो गोल किए, जिसमें से एक विजयी गोल था। विनिसियस जुनियर ने एक गोल किया, जो उनके लिए स्पेनिश सुपर कप में पहला गोल था।ग्रीजमैन एटलेटिको मैड्रिड के लिए मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी थे। उन्होंने दो गोल किए, जिसमें से एक उन्हें एटलेटिको मैड्रिड के सभी समय के सर्वोच्च गोल स्कोरर बना दिया।

कुल मिलाकर, यह एक शानदार खेल था, जो स्पेनिश सुपर कप के फाइनल के लिए एक अच्छा आधार तैयार करता है।

Real Madrid beats rival Atletico in eight-goal thriller to book place in Super Cup final